गुरुवार का व्रत कैसे करें? गुरुवार का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। हिंदू धर्म में, गुरुवार को भगवान विष्णु की पूजा विधि-विधान से की जाती है। इस दिन भक्त भगवान विष्णु की पूजा करते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। गुरुवार का व्रत रखने से भक्तों को सभी मनोकामनाएं पूरी होती है।
गुरुवार का व्रत रखने के लिए, भक्तों को सुबह जल्दी उठना चाहिए और स्नान करना चाहिए। उसके बाद साफ कपड़ा पहनकर भगवान विष्णु की पूजा के लिए तैयार होना चाहिए। पूजा में, भक्त भगवान विष्णु की मूर्ति या तस्वीर रखते हैं और उन्हें फूल, धूप, दीप और नैवेद्य अर्पित करते हैं। भगवान विष्णु की पूजा में मंत्रों के जाप का भी विशेष महत्व है।
गुरुवार के व्रत में व्रती को एक समय ही भोजन करना चाहिए। इस दौरान केवल सात्विक भोजन ही करना चाहिए। भोजन में मांस, मछली, अंडे आदि का सेवन वर्जित होता है। गुरुवार के व्रत में, भक्तों को भगवान विष्णु का भजन भी करना चाहिए और कथा भी सुनना चाहिए।
गुरुवार का व्रत रखने से भक्तों को सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। वे धन, समृद्धि, स्वास्थ्य और सुख प्राप्त करते हैं और अपने जीवन में सभी कष्टों से मुक्त हो जाते हैं। ऐसी मान्यता है कि गुरुवार का व्रत रखने से भक्तों को मोक्ष भी प्राप्त होता है।
गुरुवार व्रत की पूजा विधि:
गुरुवार का व्रत करने से पहले सुबह जल्दी उठकर स्नान करना चाहिए और फेस साफ सुथरा कपड़ा पहनकर भगवान विष्णु की मूर्ति या तस्वीर को स्थापित करना चाहिए। इसके बाद भगवान विष्णु को फूल धूप दीप नैवेद्य इत्यादि अर्पित करना चाहिए। फिर भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करें और भगवान विष्णु की कथा सुनें।
भगवान विष्णु की पूजा के समय भजन गाना बहुत ही अच्छा माना जाता है। इसके अलावा दिन में केवल एक समय पर ही भोजन करना चाहिए। गुरुवार का व्रत करने के दौरान भोजन में केवल सात्विक भोजन ही खाना चाहिए। इस दौरान तामसिक भोजन से दूर रहना चाहिए।
गुरुवार के व्रत की विधि इस प्रकार है:
- गुरुवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें.
- भगवान विष्णु की मूर्ति या तस्वीर को अपने पूजा घर में स्थापित करें.
- भगवान विष्णु को फूल, धूप, दीप, नैवेद्य और जल अर्पित करें.
- भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करें.
- भगवान विष्णु की आरती करें.
- भगवान विष्णु से अपनी मनोकामनाएं मांगें.
- प्रसाद बांटें.
गुरुवार व्रत में किन चीजों का सेवन करना चाहिए?
गुरुवार के व्रत के दौरान आप फलों का रस ले सकते हैं। इसके अलावा दूध, दही शहद फल तथा हर प्रकार के सात्विक भोजन का सेवन किया जा सकता है। ऐसी मान्यता है कि गुरुवार का व्रत जो व्यक्ति विधि विधान से पूरी करता है उसे जीवन में धन-संपत्ति और वैभव तथा सम्मान प्राप्त होता है।